अल्मोड़ा जिले के भैंसियाछाना ब्लॉक में स्थित नगरखान राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल की बदहाल पड़ी स्थिति को लेकर राज्य आंदोलनकारियों और ग्रामीणों ने शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अस्पताल में व्याप्त समस्याओं के निराकरण को लेकर अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि इस क्षेत्र में काफी कलंबे समय से स्वास्थ्य सेवाएं बदहालपड़ी हुई है जिसके चलते यहां के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आयुर्वेदिक अस्पताल में 6 महीने से चिकित्सक मौजूद नहीं है जिसकी वजह से मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है। इससे डालाकोट, डाला, बरगल, सनगाड़ी, सिरोनियाल, दसाऊ, भेटा, चापड़, नाखोट, कसून, गिरचोला, ग्वाड सहित एक दर्जन से अधिक गांव के करीब तीन हजार लोगों को उपचार के लिए नौ किमी दूर पीएचसी पनुवानौला, बाड़ेछीना या फिर 29 किमी दूर मुख्यालय अल्मोड़ा की दौड़ लगानी पड़ रही है। इससे जहां मरीजों का समय बर्बाद हो रहा है, वहीं उन्हें आर्थिक दिक्कतों से भी जूझना पड़ रहा है। राज्य आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में आज तक सांसद निधि से कोई कार्य नहीं हुआ है। आक्रोशित लोगों ने कहा कि जल्द अस्पताल की व्यवस्थाओं को नहीं सुधारा गया तो शासन-प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन समेत चुनाव बहिष्कार के लिए बाध्य होना पड़ेगा।