सीएचसी चौखुटिया की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन ने बुधवार को नया रूप ले लिया। आंदोलन के सातवें दिन पूर्व जिला पंचायत सदस्य हीरा सिंह पटवाल के नेतृत्व में आंदोलनकारियों ने “ऑपरेशन स्वास्थ्य” अभियान के तहत जल सत्याग्रह शुरू कर दिया। तीन प्रदर्शनकारी रामगंगा नदी में उतर गए और सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध दर्ज कराया। सूचना मिलते ही जल पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसके बावजूद आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, वे आंदोलन को और तेज करेंगे और जरूरत पड़ी तो फिर से नदी में उतरेंगे। आंदोलनकारियों की प्रमुख मांग है कि सीएचसी चौखुटिया को उच्चीकृत कर विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की जाए, साथ ही अल्ट्रासाउंड और अन्य आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं तत्काल शुरू की जाएं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं लंबे समय से बदहाल हैं और लोगों को छोटे-छोटे इलाज के लिए भी रानीखेत या अल्मोड़ा जाना पड़ता है। आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार ठोस कदम नहीं उठाती, उनका सत्याग्रह जारी रहेगा।
