
आज देश भर में गाँधी जयंती के उपलक्ष में जगह जगह कार्यक्रमों का आयोजन कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री को श्रधांजलि दी जा रही है। वही इस शुभ अवसर पर अल्मोड़ा के स्थानीय गांधी पार्क चौघानपाटा में आज दिनांक 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व लाल बहादुर शास्त्री के जयंती के उपलक्ष पर सुबह 8 बजे मुख्य अतिथ मनोज तिवारी की गरिमामय उपस्तिथि मैं अल्मोड़ा के जिलाध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी भूपेन्द्र सिंह भोज ने ध्वज आरोहण किया और इसके बाद एक गोष्ठी का आयोजन किया इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि आज हमें गांधी के विचारों और सपनों को साकार करने के लिए आगे आने की जरुरत है खासकर आज की परिस्थिति को देखते हुए देश को तरक्की की ओर ले जाने के लिए देश के भविष्य नौजवानों को आगे आने की आवश्यकता है। इस अवसर पर उपस्थित जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भोज ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने विकट परिस्थिति में देश को अंग्रेजों से सत्य अहिंसा प्रेम महान के रास्ते में चलकर आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और देश को आजादी दिलाने के लिए कई आन्दोलन किए जिसमें असहयोग आन्दोलन, नमक सत्याग्रह, अंग्रेजो भारत छोड़ो आदि प्रमुख हैं जिस वजह से हमें अंग्रेजी की गुलामी से छुटकारा मिली और भारत 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ और सेवादल संगठन ने ध्वजारोहण कार्यक्रम करवाया गया और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। और वहाँ मौजूद पूर्व दर्जा राज्यमंत्री केवल सती आदि ने विचार व्यक्त किए। इस कार्यक्रम मैं नगर कांग्रेस अध्यक्ष तारा चंद्र जोशी, महिला जिलाध्यक्ष राधा बिष्ट, सेवादल अध्यक्ष दिनेश नेगी,महिला प्रदेश सेवादल अध्यक्ष शोभा जोशी पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष अरविंद रौतेला, पूर्व जिलाध्यक्ष पीताम्बर पांडे, पूर्व दर्जा मंत्री पुरन रौतेला, कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष मनोज सनवाल दिनेश रावत, जिला महामंत्री दिनेश पिल्कवाल, सुनील कर्नाटक,संजय दुर्गापाल, परितोष जोशी, निर्मल रावत ललित सतवाल, बाल विक्रम सिंह रावत, शरद शाह, गोपाल चौहान विक्रम बिष्ट प्रताप सत्याल अख्तर हुसैन, लता तिवारी, किरण आर्या, लीला जोशी, महेश आर्या, निर्मला कांडपाल, जया जोशी सरस्वती रोडिया, तारा भंडारी, टीटू पंत, मनोज बिष्ट, नवीन बिष्ट, रजनी टम्टा, मनोज वर्मा, एनडी पांडेय, नवल बिष्ट मनिराज मटेला मोजूद रहे।