अल्मोड़ा जिले के मेडिकल कॉलेज मे बीते दिनो फिर से बदहाल पड़ी स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए विधायक मनोज तिवारी ने इस मसले पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करी। मीडिया मे जारी बयान में विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि अल्मोड़ा की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु रूप से दुरुस्त करवाने के लिए पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से वह लगातार मुख्यमंत्री व जनपद के प्रभारी मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष बहुत बार इस मुद्दे को उठा चुके है। साथ ही साथ विधानसभा के भीतर भी प्रश्नों के माध्यम से बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की आवाज उठा चुके है। लेकिन प्रदेश की धामी सरकार की उदासीनता से आये दिन पर्वतीय क्षेत्र के मरीजों एंव उनके पारिवारिकजनों को बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं से लगातार जूझना पड़ रहा हैं। जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। विगत दिवस हवालबाग के धामस क्षेत्र की गर्भवती महिला के सामान्य प्रसव के लिए उन्हें स्वयं मेडिकल कॉलेज प्रशासन को दूरभाष पर हस्तक्षेप करना पड़ा हैं। जो कि बेहद गम्भीर विषय है। अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज से अल्मोड़ा ही नहीं पर्वतीय क्षेत्र के चारों जनपदों की जनता को काफी उम्मीद थी। लेकिन प्रदेश सरकार की लापरवाही के साथ-साथ जनपद के प्रभारी मंत्री एंव स्वयं जिम्मेदार स्वास्थ्य मंत्री होने के बाद भी अनेक बार गुहार लगाने के बाद भी मेडिकल कॉलेज की स्वास्थ्य सेवा में सुधार होने के बजाय मेडिकल कॉलेज को रिफर सेन्टर बना देना बड़े शर्म की बात हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कह दिया हैं। कि अगर एक महीने के अंदर मेडिकल कॉलेज सहित जिला हॉस्पिटल एंव महिला हास्पिटल में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग एंव प्रदेश सरकार द्वारा कडे़ कदम नहीं उठाये तो वह स्वयं जनपद के प्रभारी मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत का घेराव करके विरोध प्रदर्शन को बाध्य होंगे। विधायक तिवारी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा जैसे महत्वपूर्ण विषय पर बार-बार मेडिकल कॉलेज के प्रशासन को बहानेबाजी करने से बाज आना चाहिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में तैनात एम्बुलेंसों पर सी एम ओ डा. आर सी पन्त से शीघ्र निर्णय लेकर बार- बार एम्बुलेंसों की खराब होने की घटना की जाँच करने के निर्देश दिये हैं।