अल्मोड़ा: फयाटनौला गांव में युवक को निवाला बनाने वाला तेंदुआ आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया है। तेंदुए को जाल में फंसाने के लिए दो पिंजरे लगाए गए थे और ट्रैप कैमरे से भी निगरानी रखी जा रही थी। सुबह ग्रामीणों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर पिंजरे को कब्जे में लिया और उसे अल्मोड़ा स्थित रेस्क्यू केंद्र ले गई। यहां तेंदुए के स्वास्थ्य का परीक्षण होगा। क्षेत्रवासियों को तेंदुएं के आतंक से निजात मिल गई है।
क्षत- विक्षत अवस्था में झाड़ियों में मिला था शव
बता दें कि दो मई को तेंदुए ने जगदीश चंद्र असनौड़ा(40) को निवाला बना लिया था। तीन मई की सुबह स्कूल जाते वक्त बच्चों और शिक्षकों ने खून के निशान देखे। इधर उधर देखने पर उन्हें क्षत- विक्षत अवस्था में झाड़ियों में शव दिखा। उसी दिन वन विभाग की टीम ने वहां पिंजरा लगाया और गश्त के लिए 18 से अधिक वन कर्मियों की तैनाती की। इसके बाद ड्रोन और ट्रैप कैमरे की भी मदद ली गई। दूसरा पिंजरा भी लगाया गया। अब जाकर तेंदुआ पिंजरे में कैद हुआ है। क्षेत्रवासियों ने तेंदुएं के कैद होने पर राहत की सांस ली।