रानीखेत (अल्मोड़ा) : कहते हैं, सच्चा देशभक्त वही है जो अपने सपनों को नहीं, बल्कि दूसरों के सपनों को पूरा करने का हौसला रखता है। कुछ ऐसा ही कर रहे हैं पारकोट (गोड़गांव) के ललित सिंह बिष्ट, जिनका भारतीय सेना में चयन नहीं हो पाया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने जुनून को प्रेरणा में बदलते हुए रानीखेत में एक फिजिकल एकेडमी की स्थापना की, जहां वे आर्मी भर्ती की निशुल्क ट्रेनिंग दे रहे हैं।ललित बिष्ट अब तक सैकड़ों युवाओं को तैयार कर चुके हैं, जिनमें कई ने भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों में चयन पाकर अपने परिवार और उत्तराखंड का नाम रोशन किया है। आर्थिक सहयोग के बिना भी वे अपने प्रयास जारी रखे हुए हैं।स्थानीय लोग और युवाओं ने ललित सिंह बिष्ट के इस निस्वार्थ योगदान की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे लोगों को समाज से भरपूर समर्थन मिलना चाहिए, ताकि पहाड़ के और युवा सेना में जाकर देश की सेवा कर सकें।
