अल्मोड़ा से जुडी एक बड़ी खबर सामने यहाँ रही है यहाँ सरकार की तरफ से स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के कई दावे किए गए थे जबकि हकीकत यह है कि जिले के बहुत से अस्पतालों में एक्सरे मशीन, अल्ट्रासाउंड मशीन जंक खा रही हैं जिसकी वजह से वह मौजूद लोगो को कई दिक्कतों का सामना करना पढ़ रहा है साथ इन सुविधाओं के लिए मरीज और गर्भवतियों को दूसरे जिलों की दौड़ लगानी पड़ रही है। भिकियासैंण, सल्ट, देघाट और भतरौंजखान समेत और भी बहुत सी जगहों के मरीजों को एक्सरे और अल्ट्रासाउंड जांच करवाने के लिए 55 किमी से 100 किमी तक का सफर तय करके रामनगर जाना पड़ रहा है। वहीं गर्भवतियों को निशुल्क अल्ट्रासाउंड जांच के लिए 300 से 500 रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं। जिले में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सल्ट, धौलादेवी, देघाट, भिकियासैंण, द्वाराहाट, सिलांंगी, चौखुटिया, जैंती और लमगड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खोले गए हैं। वहीं काकड़ीघाट, चमड़खान, हवालबाग, ताकुला, भैंसियाछाना, ताड़ीखेत, भतरौंजखान में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बने हैं। लेकिन ये सभी अस्पताल मरीजों और गर्भवतियों को अच्छी और समय पर सुविधाएं दिलाने की कसौटी पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं।