अल्मोड़ा: पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने आज प्रेस को जारी एक बयान में बताया कि गुरुड़ाबांज में स्वीकृत हरिप्रसाद टम्टा पारंपरिक शिल्प उन्नयन और प्रशिक्षण संस्थान की उपेक्षा को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत विपरीत मौसम के चलते 4 मई के स्थान पर 6 मई की प्रातः 11 बजे से जिला मुख्यालय अल्मोड़ा में चौहानपाटा में लेफ्टिनेंट कर्नल सतीश चंद्र जोशी पार्क में स्थित मुंशी हरी प्रसाद टम्टा की मूर्ति के नीचे चोबीस घंटे के उपवास पर बैठेंगे।
शिल्प उन्नयन संस्थान का निर्माण कार्य अधर में लटका
बता दें कि पूर्व सीएम हरीश रावत का आगामी 4 व 5 मई को चौघानपाटा में लैफ्टिनेंट कर्नल सतीश चंद्र जोशी पार्क में स्थित मुंशी हरिप्रसाद टम्टा स्मारक के नीचे उपवास पर बैठने का कार्यक्रम था। लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते कार्यक्रम में बदलाव किया गया है। अब हरीश रावत 6 मई की प्रातः 11 बजे से उपवास पर बैठेंगे। कुंजवाल ने बताया कि पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बीते वर्ष 24 अगस्त को गुरुड़ाबांज में धरना प्रदर्शन किया था। जहां हरीश रावत ने शिल्प उन्नयन संस्थान के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार को अल्टीमेटम दिया था। तब हरीश रावत ने सरकार को चेताते हुए कहा था कि अगर एक साल के भीतर निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो वह लंबा अनशन करेंगे। कुंजवाल ने कहा कि शिल्प उन्नयन संस्थान का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है।
प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद काम आगे नहीं बढ़ सका
कुंजवाल ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्र की परंपरागत कला और शिल्प को बचाने और संरक्षित करने के लिए कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में गुरुड़ाबांज में 100 करोड़ की लागत से स्व. हरिप्रसाद टम्टा पारंपरिक शिल्प उन्नयन और प्रशिक्षण संस्थान मंजूर किया गया था। 9 नवंबर 2016 को तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इसका शिलान्यास करने गुरुड़ाबांज पहुंचीं। कांग्रेस शासनकाल में निर्माण के लिए 3 करोड़ रुपये अवमुक्त हुए। इस धनराशि से समतलीकरण, चाहरदीवारी, सड़क निर्माण, पानी, बिजली की लाइन बिछाने, टंकी निर्माण के अलावा भवन की बुनियाद डालने के काम हुए। लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद काम आगे नहीं बढ़ सका है। कुंजवाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस संस्थान के कार्य रुकने के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूर्ण रूप से जिम्मेदार है।