
निर्वतमान व्यापार मंडल अध्यक्ष अल्मोड़ा और वर्तमान में जिलाध्यक्ष अल्मोड सुशील साह ने सभी व्यापारी बंधुओ से आग्रह करते हुए कहां कि जो कुछ व्यापारी नेता कभी व्यापारी रहे ही नही जिनका पूर्व में कोई भी व्यापार नही था। लेकिन इसके बाद भी व्यापार मंडल के उच्च पदों पर इनका ही कब्जा रहा है। उन्होंने कहां आज सिर्फ अपने स्वार्थ की वजह से यह लोग कुछ स्वार्थी तत्व के साथ मिलकर प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल को तोड़ने का काम कर रहे है। उन्होंने कहां यह वही लोग है जिनको हमने बड़े बड़े बाजार लगाने और फड़ो से वसूली करने से रोका है, और ये इतना भी नीचे गिर सकते है की जब कोरोना जैसी महामारी में हमने बाजार को वन साइड खोलने का निर्णय लिया था तो कुछ व्यापारियों को व्यापार मंडल से बायकॉट करने के लिए भड़काया, इनकी जहा पर व्यापार मंडल मै चलनी बंद हुई इन्होंने दूसरा व्यापार मंडल का गठन देवभूमि नाम से कर दिया, सब के पीछ इन्ही का हाथ है जो सिर्फ अपने फायदे के लिए किसी भी हद तक गिर सकते है। वर्तमान में यह सरकारी सस्ता गल्ला के बड़े बड़े पदों पर आसीन है। उन्होंने कहां हमने जो भी कार्य किया है वह हम व्यापारियों का बायलॉज है इन्होंने अपनी राजनीति के लिए कभी भी बायलॉज को नहीं माना क्योंकि सारा संगठन उस समय इनके ही इशारे पर चलता आया था। यह कोई राजनीति मंच नही है, और मै यह कहना चाहूंगा कि आज सभी स्वार्थी लोग जिन्होंने बड़े बड़े बाजार लगाकर पैसा कमाना है एक साथ है क्योंकि इनका पेशा ही यही है। फिर दोबारा व्यापार मंडल को तोड़ने का कार्य इनके द्वारा किया जा रहा है। सिर्फ अपनी गंदी राजनीति को बचाने के लिए, मै एक व्यापारी हु और व्यापारी का दर्द समझता सकता हु, सरकारी सस्ता गल्ला हमारे व्यापार संघ के अंतर्गत नहीं आता है, यह पड़कर ही हमने यह निर्णय लिया है, अगर मै गलत हु तो में अपने सभी व्यापारियों की प्रतिष्ठा को और इस व्यापार मंडल की प्रतिष्ठा को देखते हुए अपने इस संगठन पर कोई भी आंच आए बिना त्याग पत्र दे दूंगा। पर इस संगठन को तोड़ने का कार्य कभी नही करूंगा। क्योंकि ये लोग नही चाहते है एक व्यापारी इस संगठन को चलाए, ये इस संगठन को चलाने वाले वो ठेकेदार है, जिनका काम सिर्फ सिर्फ इस संगठन के नाम पर वसूली करना है।इनको हमारा बॉयलाज मालूम है इसलिए ये हमसे बात न करके अपना सगठन बनाना चाहते है साथियों मुझे कोई भी चुनाव नही लड़ना है पर नियमावली को देखते हुए कोई भी निर्णय लेना है तो मैं जरूर लूंगा, और जिन्होंने बार बार अपने निजी फायदे के लिए चुनाव लडने है वह जरूर आपको बर्गलाएंगे, क्योंकि इसके बिना इनकी राजनीति कैसे चलेगी, सस्ता गल्ला के सभी व्यापारियों से मै निवेदन करूंगा कि हमारी सोच कही पर भी आप को सदस्य नहीं बनाने की नही थी पर बायलॉज के कारण हम नही बना पाए, प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल का बायलॉज यही कहता है। हमने व्यापारी हित मै जो भी कार्य किए वह हमारा फर्ज था, और आगे भी करेंगे लेकिन सिर्फ अपनी राजनीति को बचाने के लिए आपने व्यापार मंडल को तोड़ने का जो काम बार बार किया है। उससे लगता आपकी गंदी राजनीति का पता चलता है, मेरा अपने आने वाली नई पीढ़ी से वादा है हमेशा आपके साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ा रहूंगा, और कभी भी इनकी तरह संगठन को तोड़ने का काम नही करूंगा। यह निर्णय मैने बिना बॉयलाज के लिया है तो मैं अल्मोड़ा के सभी वरिष्ठ व्यापार मंडल के पूर्व पदाधिकारी किशन गुर्रानी, मनोज अरोड़ा, दीप लाल साह, दीप जोशी, दीपक वर्मा, मोहन कनवाल, ललित कार्की, संजय अग्रवाल, अतुल साह, हरेंद्र वर्मा, नवीन वर्मा, राजेश पलनी, जगमोहन अग्रवाल, मनीष जोशी, अरुण गुप्ता, बबलू गुप्ता, विजय भट्ट, अनीता रावत, मुमताज कश्मीरी के आगे अपना त्यागपत्र दे दूंगा, पर अपने संगठन के साथ राजनीति नही करूंगा।