हल्द्वानी। जनपद स्तरीय संस्कृत स्पर्धा का भव्य आयोजन इस वर्ष 21 और 22 नवम्बर को गुरुकुल इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, कमलवागांजा (नैनीताल) में किया जाएगा।
उद्घाटन दिवस (21 नवम्बर) के मुख्य अतिथि आदरणीय विधायक बंशीधर भगत होंगे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में यशोदा प्रसाद सिमल्टी, सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा तथा प्रो. मूलचंद शुक्ला उपस्थित रहेंगे। आयोजन स्थल के संयोजक विद्यालय के निदेशक सी. बी. नैनवाल होंगे।
दिवस (22 नवम्बर) में मुख्य अतिथि के रूप में विवेक राय, अपर जिला अधिकारी (प्रशासनिक) तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी गोविंद राम जायसवाल कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएँगे।
इस दो दिवसीय स्पर्धा में वरिष्ठ एवं कनिष्ठ वर्गों के प्रतिभागी निम्नलिखित छह विधाओं में प्रतिस्पर्धा करेंगे—
- संस्कृत नाटक
- समूह नृत्य
- समूह गान
- संस्कृत वाद-विवाद
- संस्कृत आशुभाषण
- श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता
जनपद संयोजक डॉ. हेम चन्द्र जोशी एवं सह संयोजक राजेन्द्र भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में संस्कृत भाषा के प्रति रुचि, प्रेम एवं व्यवहारिक प्रयोग को प्रोत्साहित करना है। यह प्रतियोगिता जनपद स्तर पर संस्कृत शिक्षण को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण साबित होगी।हल्द्वानी। जनपद स्तरीय संस्कृत स्पर्धा का भव्य आयोजन इस वर्ष 21 और 22 नवम्बर को गुरुकुल इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, कमलवागांजा (नैनीताल) में किया जाएगा। उद्घाटन दिवस (21 नवम्बर) के मुख्य अतिथि आदरणीय विधायक बंशीधर भगत होंगे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में यशोदा प्रसाद सिमल्टी, सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा तथा प्रो. मूलचंद शुक्ला उपस्थित रहेंगे। आयोजन स्थल के संयोजक विद्यालय के निदेशक सी. बी. नैनवाल होंगे। दिवस (22 नवम्बर) में मुख्य अतिथि के रूप में विवेक राय, अपर जिला अधिकारी (प्रशासनिक) तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला शिक्षा अधिकारी गोविंद राम जायसवाल कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएँगे। इस दो दिवसीय स्पर्धा में वरिष्ठ एवं कनिष्ठ वर्गों के प्रतिभागी निम्नलिखित छह विधाओं में प्रतिस्पर्धा करेंगे— 1. संस्कृत नाटक 2. समूह नृत्य 3. समूह गान 4. संस्कृत वाद-विवाद 5. संस्कृत आशुभाषण 6. श्लोक उच्चारण प्रतियोगिता जनपद संयोजक डॉ. हेम चन्द्र जोशी एवं सह संयोजक राजेन्द्र भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में संस्कृत भाषा के प्रति रुचि, प्रेम एवं व्यवहारिक प्रयोग को प्रोत्साहित करना है। यह प्रतियोगिता जनपद स्तर पर संस्कृत शिक्षण को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
