अल्मोड़ा: जीआईसी स्यालीधार के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। यहां भौतिक विज्ञान, गणित, अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं हैं। 200 बच्चे बिना शिक्षकों के पढ़ने को मजबूर हैं। ऐसे में बच्चों के भविष्य की नींव ही कमजोर होगी तो भविष्य कैसे संवर पाएगा। सरकार के शिक्षा व्यवस्था सुधारने के तमाम दावों पर सवाल खड़े हो गए हैं।
रिक्त पदों को भरने की मांग को हर बार किया अनदेखा
बता दें कि जीआईसी स्यालीधार में दो सालों से भौतिक विज्ञान और अंग्रेजी विषय पढ़ाने के लिए प्रवक्ता नहीं है। वहीं गणित विषय के प्रवक्ता का भी पद खाली है।विद्यालय में वर्तमान में एलटी संवर्ग में भी अंग्रेजी के शिक्षक का एक साल से पद खाली चल रहा है। अभिभावकों ने कई बार शिक्षा विभाग से रिक्त पदों को भरने की मांग की, लेकिन मांगों को अनदेखा कर दिया गया। ऐसे में कई विद्यार्थी इस सत्र में अन्य स्कूलों का रुख करने का मन बना रहे हैं, जिससे यहां की छात्र संख्या घट सकती है। सीईओ हेमलता भट्ट का कहना है कि रिक्त पदों पर अतिथि शिक्षकों की तैनाती के प्रयास हो रहे हैं। शिक्षकों की स्थाई नियुक्ति शासन स्तर पर ही संभव है।