उत्तराखण्ड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने सैकडों सर्मथकों के साथ मेडिकल कालेज अल्मोडा के प्राचार्य कक्ष के बाहर मेडिकल कालेज की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार व आन्दोलनरत कर्मचारियों की मांगों का निस्तारण करने हेतु एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।
इस धरना प्रर्दशन में अपने सम्बोधन में बिट्टू कर्नाटक ने कहा-
अल्मोडा मेडिकल कालेज में स्वास्थ्य व्यवस्था दिन प्रतिदिन लडखडा रही है। अल्मोडा मेडिकल कालेज आज एक रैफलर सैन्टर बन कर रह गया है। इस मेडिकल कालेज में न तो कोई फैकल्टी ही पूर्ण है साथ ही यहां न्यूरो सर्जन, रेडियोलाजिस्ट, बर्न यूनिट, ट्रामा सैंन्टर,इमरजेंसी आपरेशन थियेटर, डायलिसिस सैन्टर, ब्लड बैंक तक की सुविधा उपलब्ध नहीं है। मेडिकल कालेज की एम्बुलेंसों की स्थिति भी अत्यन्त दयनीय है। आज यहां की स्थिति यह है कि यहां के कर्मचारी जिन्होंने कोविड काल में अपनी जिन्दगी की परवाह न कर आम जनमानस की सेवा की उनके पद तक सृजित नहीं किये गये हैं। दुर्भाग्य यह है कि विगत चार माह से उन्हें वेतन का भुगतान तक नहीं किया गया जिस कारण उनका परिवार भुखमरी की स्थिति में आ गया है। स्थिति यह है कि वे अपने वेतन भुगतान एवं पद सृजिन हेतु कई दिनों से धरने पर बैठे हुये हैं जिससे बेस अस्पताल की स्थिति और भी दयनीय हो गयी है।
सीएम धामी को जिलाधिकारी अल्मोडा के माध्यम से ज्ञापन किया प्रेषित-
बिट्टू कर्नाटक ने सीएम धामी को जिलाधिकारी अल्मोडा के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित करते हुए कहां कि पर्वतीय जनपदों हेतु संचालित अल्मोडा मेडिकल कालेज की दयनीय, गम्भीर स्थिति को देखते हुये तत्काल अल्मोडा मेडिकल कालेज की समस्त समस्याओं का निराकरण किया जाय। साथ ही इसे रैफलर सैन्टर न बनाकर यहां मरीजों के लिये उत्कृष्ठ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जाय।जिस उद्देश्य से इस मेडिकल कालेज का निर्माण किया गया है एवं मेडिकल कालेज कर्मचारियों के पद सृजित करते हुये उनके अवरूद्व वेतन का भुगतान तत्काल किये जाने के निर्देश निर्गत किये जांय। बिट्टू कर्नाटक ने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर उपरोक्त समस्याओं का निराकरण नहीं होता है तो उन्हें चरणबद्व तरीके से अल्मोडा मेडिकल कालेज की दयनीय, लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर उग्र आन्दोलन को बाध्य होना पडेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार एवं मेडिकल कालेज प्रशासन की होगी।