
अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना परिसर में आरटीआई में मांगी गई उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच होने पर बड़ा खुलासा सामने आ रहा है। विश्वविद्यालय में आरटीआई के माध्यम से उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध कराने के नियम ने खुद विवि की लापरवाही को उजागर करने का काम किया है।तीन महीने के भीतर नियंत्रक विभाग से 60 से अधिक विद्यार्थियों ने अपने परीक्षा परिणाम से असंतुष्टि जताते हुए आरटीआई के तहत विश्वविद्यालय से उत्तर पुस्तिकाओं की मांग की। जब इन पुस्तिकाओं की दोबारा जांच हुई तो विशेषज्ञों को जांच में दो उत्तरपुस्तिकाओं में खामी मिली। सवालों के सही जवाब लिखने के बाद भी परीक्षाफल में विद्यार्थियों को कम नंबर दिए गए हैं। एसएसजे विवि की परीक्षा समिति ने विवि से संबद्ध परिसर और महाविद्यालय के विद्यार्थियों की अंकतालिका में विषयों के अंक नहीं जुड़ने और कम अंक मिलने की शिकायत पर उन्हें उत्तरपुस्तिका की प्रति और बी कॉपी देने का निर्णय लिया है। विद्यार्थी स्वयं उत्तरपुस्तिका की जांच कर इसका आकलन कर सकते हैं। आननफानन समिति ने दोनों विद्यार्थियों की अंकतालिकाओं में सुधार कर इन्हें विवि की वेबसाइट पर अपलोड करना पड़ा है।