दिल्ली न्याय अकादमी के निदेशक डॉ. मनमोहन शर्मा के नेतृत्व में 80 प्रशिक्षु जजों ने आज दिनांक 29 मई बुधवार को अल्मोड़ा जिले के हवालबाग में स्थित विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान का भ्रमण कर संस्थान के द्वारा किये जा रहे कृषि अनुसंधान के बारे में जाना। विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ लक्ष्मी कांत ने सभी प्रशिक्षु जजों का संस्थान में स्वागत किया। संस्थापक निदेशक पद्मश्री प्रो बोशी सेन के संघर्ष के साथ विवेकानन्द प्रयोगशाला से भाकृअनुप विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान तक संस्थान की यात्रा के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं से जीवन में स्वामी विवेकानन्द और प्रो- बोशी सेन के आर्दशों को अपनाने का अनुरोध किया। संस्थान के फसल सुधार विभाग अध्यक्ष डॉ. निर्मल कुमार हेड़ाऊ ने संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न फसलों की उन्नत प्रजातियों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। फसल उत्पादन विभाग अध्यक्ष डॉ. बी- एम. पांडे द्वारा संस्थान के द्वारा विकसित विभिन्न उपकरणों तथा तकनीकों के बारे में जानकारी उपलब्ध करायी गयी। विभिन्न कीटो एवं रोगो के नियंत्रण हेतु संस्थान द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं के बारे में फसल सुरक्षा विभाग अध्यक्ष डॉ के. के. मिश्रा के द्वारा विस्तारपूर्वक बताया गया। डॉ. कुशाग्रा जोशी ने सामाजिक विज्ञान अनुभाग के क्रियाकलापो से सभी प्रशिक्षु जजों को अवगत कराया। इस भ्रमण कार्यक्रम के दौरान संस्थान प्रक्षेत्र हवालबाग में उपस्थित कार्यशाला एवं जल प्रबधन इकाई के बारे में जानकारी दी गयी। दिल्ली न्याय अकादमी के निदेशक डॉ. मनमोहन शर्मा एवं उप निदेशक पवन रजावत ने सभी प्रशिक्षु जजों की तरफ से संस्थान का धन्यवाद करते हुए संस्थान की उपलब्धियों तथा कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए सभी प्रशिक्षुओं से संस्थान के अच्छे गुणों को अपनाने की अपील की। उन्होंने भविष्य में इस प्रकार के भ्रमण एवं प्रशिक्षण हेतु आते रहने का वादा किया। भ्रमण कार्यकम का समन्वयन संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रमेश सिंह पाल द्वारा किया गया।