अल्मोड़ा नगर के एक बैंक में फर्जी तरीके से हस्ताक्षर कर एक व्यक्ति ने सेवानिवृत्त वन कर्मी के खाते से 65 हजार रुपये निकाल लिए। जब वह अगली बार फिर से रुपये निकालने की कोशिश में बैंक पहुंचा तो उसे पकड़ लिया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
कूड़ेदान में पड़ी निकासी पर्ची का उठाया फायदा
मामला नगर स्थित केनरा बैंक का है। पुलिस के मुताबिक तीन साल पहले सेवानिवृत्त वन कर्मी जब एक दिन बैंक पहुंचा और उसने रुपये निकालने के लिए निकासी पर्ची भरी। हस्ताक्षर करने के बाद उसमें कुछ गलती होने पर उसने पर्ची को बैंक के भीतर रखे कूड़ेदान में डाल दिया। जिसके बाद आरोपी लमगड़ा निवासी नंदन सिंह मेर ने वह पर्ची निकाली और उसमें दर्ज हस्ताक्षर की नकल करते हुए नई पर्ची भर 20 हजार रुपये निकाल लिए। 19 माह तक शांत रहने के बाद वह फिर से लालच में आकर बैंक पहुंच गया। 4 दिसंबर 2022 को फिर से उसने फर्जी हस्ताक्षर कर निकासी पर्ची भरी और 45 हजार रुपये निकाल लिए।
तीसरी बार रूपए निकालने की थी योजना
जानकारी के मुताबिक आरोपी नंदन सिंह मेर बीते सोमवार को फिर से बैंक पहुंचा और 45 हजार रुपये की निकासी पर्ची भर कैशियर को थमाई। कंप्यूटर और निकासी पर्ची में हस्ताक्षर का मिलान न होने पर बैंक कर्मी ने जब उससे पूछताछ की और पासबुक मांगी तो वह आनाकानी कर वहां से भागने लगा। जिसके बाद गेट पर खड़े सुरक्षा कर्मी ने उसे पकड़ लिया। बैंक प्रबंधन अशोक सिंह बिष्ट ने पुलिस को सूचना दी। कोतवाल राजेश यादव ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 467, 468 और 471 के तहत केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।