अल्मोड़ा जिले में इस साल लंबे समय बारिश न होने की वजह से 28 हजार हेक्टेयर में बोई गई रबी की फसल सूखे के कगार पर है। कृषि अधिकारी भी मानते हैं कि अब बारिश का फसलों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस बार उत्पादन 60 फीसदी घटने की आशंका है। अल्मोड़ा में 28 हजार हेक्टेयर में गेहूं, जौ, सरसों, मसूर, मटर आदि फसल बोई गई है। फसलों की बढ़वार और बेहतर उत्पादन के लिए नवंबर माह की बारिश बेहतर बताई जाती है। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार जिले में नवंबर महीने में 18 एमएम बारिश होनी चाहिए लेकिन 17 सितंबर के बाद यहां बारिश की एक बूंद भी नहीं पड़ी है। इस वजह से पूरी फसल लगभग चौपट होने के कगार पर है। कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक चार माह से बारिश न होने से फसल की बढ़वार पूरी तरह थम गई है। हालात यह हैं कि अब बारिश का भी फसलों पर कोई अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा। सूखने के कगार पर पहुंच चुकी फसल अब हुई बारिश से हरी हो सकती है, लेकिन पर्याप्त कलियां, फूल न निकलने से इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार फसलों का उत्पादन 60 प्रतिशत से अधिक घटने की पूरी आशंका है।