अमेरिका के मियामी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने गुरुवार को बताया कि सार्स-सीओवी-2 (SARS-CoV-2 virus) के चलते दो महिलाओं ने दो शिशुओं को ब्रेन डैमेज के साथ जन्म दिया है। दोनों शिशुओं में एक की 13 महीने की उम्र में मृत्यु हो गई तो दूसरा डॉक्टरों की निगरानी में है।
वायरस प्लेसेंटा को पार कर भ्रूण के मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाते हैं
मियामी विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने गुरुवार को जानकारी देते हुए कहा, सार्स-सीओवी-2 वायरस ने महिलाओं की गर्भनाल को पार कर गर्भ में पल रहे शिशुओं के दिमाग को नुकसान पहुंचा है। साल 2020 में महामारी की डेल्टा लहर के दौरान दोनों शिशुओं की मां कोरोना से संक्रमित हुई थी और इस वक्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी। मियामी विश्वविद्यालय में स्त्री रोग के अध्यक्ष डॉ. माइकल पेडास ने ब्रीफिंग में कहा, “ये पहली बार है जब हम ट्रांसप्लासेंटल मार्ग के साथ भ्रूण के अंग में वायरस को प्रदर्शित करने में सक्षम हुए हैं।” उन्होंने बताया, दोनों शिशुओं में एक की 13 महीने की उम्र में मृत्यु हो गई तो दूसरा डॉक्टरों की निगरानी में रहा। दोनों बच्चों में से किसी में भी सार्स-सीओवी-2 वायरस का परीक्षण पॉजिटिव नहीं आया लेकिन उनके रक्त में कोविड एंटीबॉडी का उच्च स्तर देखने को मिला।