
उत्तराखंड राज्य के कुमाऊं मंडल में स्थित सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की भारी कमी हो गई है। मंडल के पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल और यूएस नगर के अस्पतालों में स्थायी चिकित्सकों की तैनाती न होने से मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए 700 से अधिक चिकित्सकों की बांड पर तैनाती की गई थी। बीते मार्च माह में बांड खत्म होने से ये चिकित्सक सेवा से बाहर हो गए। इसी बीच लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के चलते नए चिकित्सकों की तैनाती नहीं हो सकी और कुमाऊं के छह जिलों के अस्पताल खाली हो गए। किसी तरह निर्वाचन आयोग की अनुमति के बाद चिकित्सकों की तैनाती का रास्ता साफ हुआ तो अब सिर्फ कुछ डॉक्टर तैनात कर औपचारिकता निभा दी गई है। इन जिलों में सिर्फ 150 चिकित्सकों की ही तैनाती हुई है जो नाकाफी है। ऐसे में मरीजों को अन्य अस्पतालों की दौड़ लगाने की समस्या से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है।