उत्तराखंड: राज्य के कई हिस्सों में लव जिहाद जैसी घटनाएं सामने आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को जिलाधिकारियों और पुलिस के वरिष्ठ अफसरों को तलब किया। इस दौरान उन्होंने अब तक की घटनाओं का ब्योरा लेते हुए ऐसे व्यक्तियों खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
इस प्रकार की गतिविधियों को स्वीकार नहीं किया जाएगा
सीएम ने कहा कि उत्तराखंड में सभी लोग भाईचारे से रहते हैं। एक-दूसरे के साथ मेल-मिलाप से रहते हैं, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि इस प्रकार की गतिविधियां करें। इसे कदापि स्वीकार नहीं किया जाएगा। धामी ने कहा कि जो इस प्रकार की सुनियोजित व सोची-समझी रणनीति से लव जिहाद बढ़ा रहे थे, उनके खिलाफ लोग अब आगे आ रहे हैं। जो लोग इस तरह की साजिश का शिकार हुए हैं, खुद उन लोगों ने भी अब अपना प्रतिकार करना शुरू किया है।
धर्मांतरण कानून के बाद लोगों में आई जागरूकता
सीएम धामी ने कहा कि ये घटनाएं दो-तीन माह के भीतर ज्यादा उजागार हुई हैं, उसके पीछे सरकार के द्वारा लाए गए धर्मांतरण कानून है। इस कानून के बाद लोगों में तेजी से जागरूकता आई है, आंकड़े भी यह बता रहे हैं। आगे इस प्रकार की घटनाएं न हो इसके लिए प्रशासन व पुलिस संयुक्त रूप से सत्यापन अभियान चलाएगी। सत्यापन के बाद ही तय होगा कि अब ऐसे लोग उत्तराखंड में रह पाएंगे या नहीं।