राजधानी दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। धाम के नाम का दुरुपयोग करने के खिलाफ कानून बनाने के धामी सरकार के एलान के बावजूद केदारनाथ पर सियासी घमासान जारी है। कांग्रेस ने बीते बुधवार को हरिद्वार से केदारनाथ की प्रतिष्ठा की रक्षा के नाम पर पद यात्रा शुरू कर दी। इस बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अचानक केदारनाथ पहुंच कर बाबा केदार के दर्शन किए और वहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। सियासी जानकार इसे संयोग नहीं कांग्रेस पर पलटवार की रणनीति के तौर पर देख रहे हैं। उनके मुताबिक, ये सारी सियासी कसरत केदारनाथ सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर है, जो भाजपा विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद खाली हो चुकी है।