उत्तराखंड में एक बार फिर धरती डोली है भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए थे। राहत की बात रही कि भूकंप से किसी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की वेबसाइट के अनुसार, रविवार शाम 6.34 बजे उत्तराखंड के पिथौरागढ जिले में 3.2 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप धरती की सतह से करीब 5 किमी नीचे आया।
शनिवार को उत्तरकाशी जिले में 2.2 तीव्रता का भूकंप आया था। इस साल उत्तराखंड में कई भूकंप आए हैं। 11 मई को पिथौरागढ़ जिले में 3.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जबकि 8 मई को बागेश्वर जिले में 2.5 तीव्रता का भूकंप आया। 7 मई को पिथौरागढ़ जिले में 2.1 तीव्रता का भूकंप आया था तो 5 मई को, क्रमशः 3.3 और 2.6 तीव्रता के भूकंप ने चमोली और टिहरी जिलों में हमला किया।
22 अप्रैल को पौडी जिले में 2.5 तीव्रता का भूकंप आया था। 14 अप्रैल को रुद्रप्रयाग जिले में 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इससे पहले 5 अप्रैल को उत्तरकाशी जिले में 2.6 तीव्रता का भूकंप आया था और 6 अप्रैल को इसी जिले में 3 तीव्रता का भूकंप आया था। इसी साल 5 मार्च को उत्तरकाशी जिले में 2.5 और 1.8 तीव्रता का भूकंप आया था।
दोनों भूकंप धरती की सतह से करीब 5 किमी नीचे आए। 22 जनवरी को पिथौरागढ़ जिले में 3.8 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था। हिमालय दुनिया की सबसे युवा पर्वत श्रृंखला (लगभग 50 मिलियन वर्ष पुरानी) है, जो तिब्बती प्लेट के नीचे भारतीय प्लेट के मुड़ने के कारण अभी भी बढ़ रही है (लगभग 5 मिमी प्रति वर्ष), उत्तराखंड में उच्च भूकंपीय गतिविधि की रिपोर्ट है, जिसमें अधिकांश क्षेत्र भूकंपीय क्षेत्र IV और V के अंतर्गत आते हैं।