नैनीताल: कोटाबाग की चार ग्राम पंचायतों में रहने वाले करीब 12 हजार लोगों को सप्लाई किए जा रहे पानी के टैंक में 14 बंदरों के मरे मिलने से सनसनी फैल गई। ग्रामीणों में विभाग के प्रति काफी आक्रोश है। हालांकि मामले का खुलासा होते ही पानी निकालकर टैंक की सफाई करा दी गई है।
बदबूदार पानी आने पर ग्रामीणों ने फिल्टर प्लांट में जाकर देखा
जानकारी के मुताबिक बजूनियाहल्दू पेयजल योजना से बजुनियाहल्दू, मूसाबंगर, पतलिया आदि गांवों के 12 हजार लोगों को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। बीते दिनों जब लोगों के घरों में बदबूदार पानी आने लगा तो उन्होंने फिल्टर प्लांट में जाकर देखा जिसे देख वह हैरान रह गए। फिल्टर प्लांट में 14 बंदर डूबकर मरे हुए थे। ग्रामीणों की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे जलसंस्थान के अधिकारियों ने मरे हुए बंदरों को टैंक से निकालकर टैंक की सफाई कराई। वन विभाग के कालाढूंगी रेंज के रेंजर मुकेश जोशी ने बताया कि पंचनामा भरकर बंदरों के शव दफना दिए गए हैं। वन विभाग अपने स्तर से मामले की जांच भी कराएगा।