दुनियाभर के तमाम देशों में आज मदर्स डे मनाया जा रहा है। यह एक विशेष दिन है जो माताओं को उनके परिवार और समाज के लिए उनके प्यार और योगदान के लिए मनाने और सम्मानित करने के लिए समर्पित है। मां के प्रेम की बराबरी तो हम नहीं कर सकते पर उन्हें आज के दिन और अधिक स्नेह और सम्मान का अनुभव करा सकते हैं। यह दिन आमतौर पर भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सहित कई देशों में मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है। यह उस कड़ी मेहनत, त्याग और समर्पण को पहचानने का समय है जो माताएं हर दिन करती हैं।
मां के स्नेह त्याग को समर्पित हरिवंश राय बच्चन द्वारा माँ पर हिंदी कविता
आज मेरा फिर से मुस्कुराने का मन किया।
माँ की ऊँगली पकड़कर घूमने जाने का मन किया॥
उंगलियाँ पकड़कर माँ ने मेरी मुझे चलना सिखाया है।
खुद गीले में सोकर माँ ने मुझे सूखे बिस्तर पे सुलाया है॥
माँ की गोद में सोने को फिर से जी चाहता है।
हाथो से माँ के खाना खाने का जी चाहता है॥
लगाकर सीने से माँ ने मेरी मुझको दूध पिलाया है।
रोने और चिल्लाने पर बड़े प्यार से चुप कराया है॥
मेरी तकलीफ में मुझ से ज्यादा मेरी माँ ही रोयी है।
खिला-पिला के मुझको माँ मेरी, कभी भूखे पेट भी सोयी है॥
कभी खिलौनों से खिलाया है, कभी आँचल में छुपाया है।
गलतियाँ करने पर भी माँ ने मुझे हमेशा प्यार से समझाया है॥
माँ के चरणो में मुझको जन्नत नजर आती है।
लेकिन माँ मेरी मुझको हमेशा अपने सीने से लगाती है॥