उत्तरी सिक्किम से जुडी एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहाँ ल्होनक झील में कल अचानक बादल फटने की वजह से तीस्ता नदी आपने उफान पर आ गयी। और वहाँ स्थित चुंगथांग बांध भी टूट गया। और इस उफान ने भयानक बाढ़ का रूप ले लिया जिसके चलते सिक्किम के कई शहरों और गांवों में पानी भर गया। और राज्यभर में 11 ब्रिज तबाह हो गए। और अब तक राज्य में 14 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 102 लोग लापता हैं। लापता लोगों में 22 भारतीय सेना के जवान हैं। बाढ़ से राज्य में 22 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। और राज्य में 3000 से ज्यादा टूरिस्ट भी फंसे हैं। सिक्किम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के मुताबिक, 2011 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावित चार जिलों में 26 राहत कैंप बनाए हैं। गंगटोक में 8 राहत शिविरों में 1,025 लोगों को रखा गया है।तीस्ता नदी में आई बाढ़ से राज्यभर में 11 ब्रिज तबाह हो गए। अकेले मंगन जिले में 8 पुल बह गए। वहीं, गंगटोक में एक और नामची में दो ब्रिज नष्ट हो गए. बाढ़ से प्रभावित चार जिलों में पानी की पाइपलाइन, सीवेज लाइनें और 277 घर भी तबाह हो गए। सिक्किम के चुंगथांग शहर को बाढ़ का सबसे अधिक खामियाजा भुगतना पड़ा। यहां का 80 प्रतिशत हिस्सा बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित हुआ. राज्य की जीवन रेखा माना जाने वाला एनएच-10 हाईवे भी कई जगहों पर बह गया।