लेटी गांव बागेश्वर में आकाशीय बिजली गिरने से 14 मवेशियों की मौत हो गई। घटना में मवेशियों को चराने गए चरवाहे बाल-बाल बच गए। चरवाहों ने पशुपालकों को आपदा के तहत मिलने वाले मुआवजे की मांग की है।
चरवाहे मंदिर की धर्मशाला में चले गए
जानकारी के मुताबिक गुरुवार दोपहर बाद अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगी। इस बीच लेटी गांव के कंपाट नंबर सात में गोल्ज्यू मंदिर के पास गाय, बैल, बकरियां चर कर रही थी। बारिश और हवाओं से बचने के लिए चरवाहे मंदिर की धर्मशाला में चले गए। अचानक विशालकाय चीड़ के पेड़ पर आकाशीय बिजली गिरने से वहां अफरातफरी मच गई। घटना में पान सिंह, गुमान सिंह, दरवान सिंह, मोहन सिंह, चंदन सिंह की एक-एक गाय, जीत सिंह, ललित सिंह, गोविंद सिंह, ठाकुर सिंह, पान सिंह, आन सिंह, मोहन सिंह, जीवन सिंह, राम सिंह, मोहन सिंह के एक-एक बैल मर गए हैं।
10 बैल और दूध देने वाली चार गायों की गई जान
अल्मोड़ा कुमाऊं फास्ट न्यूज से फोन पर हुई वार्ता में ग्रामप्रधान दीपा देवी के प्रतिनिधि गोविंद सिंह ने बताया कि कल शाम करीब 2:30 बजे अचानक मौसम में बदलाव होने से तेज बारिश के साथ हवाएं चलने लगीं। इस बीच गांव के चरवाहे मवेशियों को लेकर जंगल गए हुए थे। तभी आकाशीय बिजली गिरने से 10 बैल और दूध देने वाली चार गायों की मौके पर ही मौत हो गई।