उत्तराखंड राज्य गठन के 22 सालों के बाद भी अभी तक राज्य के विद्यालयों में आवश्यक संसाधनों का विकास पूर्ण रूप से नहीं हो पाया हैं। कहीं बहुत से विद्यालय शिक्षकों की कमी से जूझ रहे हैं तो वहीं दूसरी और राज्य के अल्मोड़ा जिले में 123 विद्यालयों में पेयजल संयोजन ही नहीं है। जिसके चलते छात्र-छात्राओं के साथ साथ विद्यालय स्टाफ की भी समस्या बढ़ती जा रही है। इन स्कूलों में पेयजल संयोजन सुचारु रूप से न होने की वजह से यहां बने शौचालयों की स्थिति भी बदहाल होती जा रही है। विकासखंड सल्ट में तो स्थिति सबसे अधिक खराब है। यहां 31 स्कूल पेयजल संयोजन विहीन हैं। जिले में प्राथमिक से लेकर माध्यमिक विद्यालयों की कुल संख्या 1701 है।
विकासखंड में पेयजल विहीन विद्यालयों की संख्या-
विकास खंड – स्कूल
भैसियाछाना – 1
भिकियासैंण – 4
चौखुटिया – 4
धौलादेवी – 16
द्वाराहाट – 11
लमगड़ा – 10
सल्ट – 31
स्याल्दे – 07
ताड़ीखेत – 23
हवालबाग – 16
जिले के जिन विद्यालयों में पेयजल संयोजन नहीं हैं। उनमें पेयजल संयोजन के लिए प्रस्ताव शासन व शिक्षा निदेशालय को भेजा गया है। प्रस्ताव के पारित हो जाने के बाद पेयजल संयोजन के लिए कार्रवाई की जाएगी।