अल्मोड़ा जिले में आज दिनांक 21 फरवरी बुधवार को जिले के एसएसपी देवेंद्र पींचा ने पुलिस अधिकारियों और जवानों की मासिक अपराध समीक्षा बैठक ली। जिसमे उन्होंने कई अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने हेतु कुछ जरूर दिशा निर्देश दिए। जो निम्नवत है-
-अभियुक्तों को सख्त सजा दिलाने के लिए ठोस विवेचना करने के निर्देश दिए।
-पुलिसकर्मियों की शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया।
-जवानों से पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ ड्यूटी का निर्वहन करने और जल्द से जल्द वाछिंतों को गिरफ्तार करने की बात कही।
-कहा कि अभियुक्तों को सजा दिलाने के लिए गुणवत्तापूर्ण विवेचना जरूरी है।
-लंबित विवेचनाओं के जल्द निस्तारण के निर्देश दिए।
-मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान में जीरो टॉलरेंस की नीति रखें।
-वारंटियों की शतप्रतिशत गिरफ्तारी की जाए।
-नशा तस्करी रोकने के लिए लगातार होटल, ढाबों, होम स्टे, स्पा सेंटर का औचक निरीक्षण करें।
-साइबर ठगी के मामलों में एसएसपी ने तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
-स्कूल-कॉलेज के खुलने और बंद होने के समय गश्त तेज करने को कहा।
-यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा।
– आपराधिक किस्म के लोगों, उपद्रवियों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिसकर्मी हुए सम्मानित-
बैठक में एसएसपी ने मादक पदार्थों की तस्करी रोकने में अहम भूमिका निभाने वाले एसओजी के कांस्टेब राकेश भट्ट को पुलिस मैन ऑफ द मंथ का पुरस्कार दिया। इसके अलावा हेड कांस्टेबल भुवन चंद्र, दीपक सिंह मेहरा, मुदित वर्मा, कपिल कुमार, अर्जुन सिंह खाती, फायरमैन अनुज शर्मा, कांस्टेबल खुशाल राम, मनीषा और कुक प्रताप नाथ को सम्मानित किया।
यह रहे मौजूद-
बैठक में सीओ विमल प्रसाद, सीओ संचार राजीव कुमार टम्टा, ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी बिंदेश्वरी प्रसाद टम्टा, प्रतिसार निरीक्षक विजय विक्रम, कोतवाल अल्मोड़ा जगदीश चन्द्र देउपा, रानीखेत हिमांशु पंत, निरीक्षक एलआईयू कमल पाठक, निरीक्षक दूरसंचार उमाशंकर पाण्डे, एफएसओ महेश चन्द्र, टीआई दरबान सिंह, निरीक्षक एसडीआरएफ अर्जुन सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।