अल्मोड़ा: गर-गूठ सड़क निर्माण संघर्ष समिति की तीसरी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में संघर्ष समिति पदाधिकारियों सहित मेडिकल कॉलेज से गर-गूठ, पहल, सनार, पौधार, तलाड, बाड़ी, खत्याड़ी, बेस आदि 10 से अधिक गावों को जोड़ने वाली इस सड़क से जुड़ने वाले दस गावों के ग्रामीणों ने भाग लिया।
2-3 माह में शासन से धनराशि मुक्त हो
बैठक में संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनय किरौला व प्रो0 एस0डी0 शर्मा ने अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग से दूरभाष से बात कर विभाग द्वारा अब तक की करवाई की जानकारी ली। जिसमें अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड द्वारा बताया गया है कि इस मोटर मार्ग में डामर, सोलिंग के लिए 320 लाख का रिवाइज़ एस्टीमेट शासन में चला गया है। जिसको विभाग द्वारा अवमुक्त करवाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि सम्भवतः 2-3 माह में शासन से धनराशि मुक्त हो जाए। नवनियुक्त जिला अधिकारी महोदय ने संघर्ष समिति द्वारा उनके संज्ञान में इस सड़क का मुद्दा व अहमियत बताए जाने के बाद विभाग से जानकारी लेते हुए कहा कि जिलाधिकारी कार्यालय के नाक के नीचे स्थित इस महत्वपूर्ण सड़क के निर्माण में इतनी देरी क्यों हुई, इसका निर्माण होना चाहिए।
आपदा की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील मोटर मार्ग का सुधारीकरण किया जाए
इसके अतिरिक्त संघर्ष समिति ने पुरजोर माँग की है कि आपदा की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील इस मोटर मार्ग का सुधारीकरण किया जाना है। जिसकी माँग संघर्ष समिति द्वारा निरन्तर की जा रही है। इसके अतिरिक्त संघर्ष समिति के दवाब से बतालेश्वर मंदिर के पास क्षतिग्रस्त स्कबर के सुधारीकरण के लिए विभाग द्वारा 1 लाख 20 हज़ार रुपये जारी किए गए है। जल्द ही संघर्ष समिति व ग्रामीण जिलाधिकारी महोदय से मोटर मार्ग के शीघ्र निर्माण के लिए मुलाकात करेगी।
यह लोग रहे मौजूद
बैठक में संघर्ष समिति के अध्यक्ष विनय किरौला, कोषाध्यक्ष श्याम सिंह, प्रचार सचिव पान सिंह बिष्ट, हरीश राम, डॉ0 एस0डी0 शर्मा, शीला देवी, पूरन सिंह बिष्ट, योगेश कनवाल, प्रकाश राम, हरीश बिष्ट, मयंक पंत, राहुल कनवाल, बसंती देवी, चंद्रा बिष्ट, भवानी आर्या, मोहिनी देवी, चंपा देवी, प्रकाश बिष्ट, अमित बिष्ट, हरीश लाल, किशन लाल, गणेश राम, प्रकाश आर्या, कमलेश जोशी, भास्कर जोशी, विजय जोशी, जगदीश जोशी, गीता थापा, सीता भट्ट आदि अनेकों लोग उपस्थित थे।