उत्तराखंड राज्य में एसटीएफ ने 300 से ज़्यादा नशा तस्करो की कुंडली तैयार की है। जिसमे प्रदेश के और बाहरी राज्यों के नशा तस्करों के नाम शामिल है। एसटीएफ की ओर से तैयार की गई इस सूची में उन तस्करों के नाम शामिल है जिन्होंने दो या उससे ज्यादा बार नशे की तस्करी में गिरफ्तार हो चुके हैं या जो उत्तराखंड में कॉमर्शियल मात्रा के नशीले पदार्थों के साथ पकड़े गए हैं या फिर अवैध रूप से भांग और अफीम आदि की खेती करने वालों हैं।
कानूनी प्रावधानों के अनुसार इन तस्करों की संपत्तियां जब्त करने की कार्यवाही भी शुरू होने जा रही है। इसके साथ ही इनमें से कई को पीआईटी एनडीपीएस एक्ट के तहत भी जेलों में निरुद्ध किया जा सकता है। इन तस्करों में कुछ बाहरी राज्यों के बड़े तस्करों का नाम भी शामिल है।
दो साल पहले बरेली के तस्करों की संपत्तियां हुई थीं जब्त-
दो साल पहले एसटीएफ ने बरेली के एक परिवार के खिलाफ कार्रवाई की थी। इस परिवार का मुखिया स्मैक के साथ गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद एसटीएफ ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर आरोपियों की लाखों रुपये की चल-अचल संपत्ति जब्त की थी। इसके बाद से कई ऐसे तस्करों पर नजर रखी जा रही है जिन्होंने तस्करी से पैसा कमाने के बाद अपनी संपत्तियां बनाई हैं।
सीएम धामी को भेजी सूची-
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 2025 तक देवभूमि को ड्रग्स फ्री करने का लक्ष्य रखा है। इसी लक्ष्य के अनुसार एसटीएफ के अंतर्गत बनी एएनटीएफ काम कर रही है। एसटीएफ ने नशा तस्करों पर कार्यवाही के लिए इस साल जिलों को 300 से अधिक नामों की सूची भेजी है।