पर्वतीय इलाकों में आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं को पर नियंत्रण करने हेतु दोपहिया और टैक्सी वाहनों की गति तय की गयी है। अगर आप काठगोदाम से नैनीताल या अल्मोड़ा की और प्रस्थान करते हैं तो आपको अब से अपनी गति पर नियंत्रण रखना पड़ेगा। परिवहन विभाग ने नैनीताल और चंपावत जिले के पर्वतीय रास्तों के लिए गति सीमा तय कर दी है। दोपहिया और टैक्सी वाहनों के लिए 35 किमी प्रति घंटे की अधिकतम गति तय है तो मालवाहक और भारी वाहनों के लिए 30 की रफ्तार, जिसकी मॉनीटरिंग के लिए जल्द ही प्रमुख मार्गों पर स्पीड गन कैमरे लगाए जाएंगे।परिवहन विभाग हल्द्वानी संभाग की बीते नौ जनवरी को आयोजित आरटीए बैठक में गति सीमा निर्धारण का बिंदु भी शामिल किया गया था। इसके लिए परिवहन विभाग से राष्ट्रीय राजमार्ग खंड, लोनिवि सहित अन्य विभागों ने सड़कों पर गति सीमा संबंधी जानकारी मांगी थी। जिसके आधार पर गतिसीमा का निर्धारण किया गया है। इसमें अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग सहित नैनीताल, चंपावत, लोहाघाट, रामनगर से पर्वतीय क्षेत्रों को जाने वाली प्रमुख सड़कें भी शामिल पहाड़ी मार्ग पर दोपहिया वाहनों के लिए भी अधिकतम स्पीड 35 किमी प्रति घंटा तय की गई है। नैनीताल जिले में सात सीटर वाहनों के लिए 35 किमी तो 10 सीटर वाहनों के लिए 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तय की गई है।