सूडान में हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। गोलीबारी की वजह से तनाव और ज्यादा बढ़ गया है। इस बीच भारत सरकार ने सूडान में अपना मिशन कावेरी शुरू कर दिया है। अफ्रीकी देश में फंसे भारतीयों को बाहर निकालने का सिलसिला आरंभ हो गया है। इसी कड़ी में भारतीयों के तीसरा बैच जेद्दाह के लिए रवाना कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि कुल 135 भारतीय इस समय सूडान पोर्ट पर पहुंच चुके हैं और उन्हें वहां से अब रेस्क्यू किया जा रहा है।
हिंसा के दौरान एक भारतीय की मौत
भारत सरकार ने बताया है कि पूरे सूडान में 3 हजार से ज्यादा भारतीय फंसे हैं और इनको सुरक्षित भारत पहुंचाना हमारी पहली प्राथमिकता है। सूडान में 10 दिनों से हिंसा जारी है। पिछले दिनों हिंसा के दौरान एक भारतीय की मौत भी हो गई थी।
ऑपरेशन कावेरी पूरे जोरों पर
IAF C-130J विमान में सवार होकर 135 अन्य फंसे हुए भारतीयों का तीसरा जत्था सऊदी अरब के जेद्दा पहुंच गया है। इन्हें सुरक्षित संकटग्रस्त सूडान से निकाला जा चुका है। इससे पहले बुधवार (26 अप्रैल) की सुबह ही विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने 148 भारतीयों के दूसरे बैच का स्वागत किया था। इसके अलावा एक और नौसैनिक पोत आईएनएस सुमेधा 278 यात्रियों को लेकर जेद्दा बंदरगाह पहुंचा। इस बीच विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा कि ऑपरेशन कावेरी पूरे जोरों पर है। दूसरी IAF C-130J फ्लाइट पोर्ट सूडान से जेद्दा पहुंच चुकी है, जिसमें 135 और यात्री हैं। यह ऑपरेशन कावेरी के तहत निकाले गए लोगों का तीसरा बैच है।
सूडान से भारतीयों का रेस्क्यू शुरू
फंसे भारतीयों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है। सूडान में पिछले कई महीनों से हालात चिंताजनक बने हुए हैं। अफ्रीकी देश में सेना और पैरामिलिट्री रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। दोनों ही फोर्स देश की सत्ता पर काबिज होना चाहती हैं और उसी वजह से ये जंग छिड़ी है।
सूडान में कैसे हैं ताजा हालात?
गौरतलब है कि सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच चल रही हिंसा में अबतक 400 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। बड़ी बात यह है कि मारे गए लोगों में ढाई सौ से ज्यादा आम नागरिक हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक हिंसा में तीन हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनको वक्त पर इलाज नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि यहां अस्पतालों में भी भारी तबाही की गई है। सूडान के लाखों लोग 10 दिनों से घरों में कैद हैं, जिनको आने पीने, बिजली और इंटरनेट जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।