आज के समय में छोटे बच्चे मोबाइल के आदि बनते जा रहे है वह बहार जा कर खेलने की बजाये घर रह कर मोबाइल फोन चलना या उसमे गेम खेलना ज़्यादा पसंद कर रहे जिसकी वजह से बच्चों के स्वास्थ्य पर इसका हानिकारक प्रभाव देखने के लिए मिल रहा है, आज की इस बढ़ती गंभीर समस्या को देखते हुए हाल ही में एक शोध किया गया जिसमे कम उम्र में बच्चों को मोबाइल फोन देने के संभावित खतरों को पर जोर दिया गया है।
इस शोध की रिपोर्ट से यह साफ़ पता चल गया कि छोटे बच्चों को जब पहला मोबाइल फोन मिलता है, तो उनमें मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं विकसित होने का जोखिम उतना ही ज़्यादा बढ़ जाता है। इस अध्ययन में 18 से 24 साल की उम्र वाले 27,969 लोगो के डेटा का विश्लेषण किया गया और निष्कर्ष निकाला गया कि जिन व्यक्तियों ने बहुत कम उम्र में मोबाइल फोन का व्यापक उपयोग शुरू किया, उनमें मानसिक विकास संबंधी विकार और संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं अधिक देखी गईं।
शोध में इस पता चला की ऐसे मेंजिन बच्चों की उम्र 6 साल हैं और उनके पास स्मार्टफोन हैं, उनमें मानसिक विकार विकसित होने की संभावना उन लोगों की तुलना में 6 प्रतिशत अधिक थी, जिन्होंने 18 साल की उम्र में स्मार्टफोन का उपयोग करना शुरू किया था, जबकि महिलाओं में 20 प्रतिशत अधिक जोखिम था।