अल्मोड़ा जिले में आज दिनांक 25 दिसम्बर सोमवार को भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में जिले के प्रत्येक नगर, ब्लाक और बूथो पर बड़े धूमधाम से मनाई गयी।भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में जिला अध्यक्ष रमेश बहुगुणा, जिला पदाधिकारी, मोर्चों के जिला अध्यक्ष, सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए उनकी तस्वीर पर पुष्प मालाऐ अर्पित की गयी।
साथ ही इस अवसर पर अल्मोड़ा नगर पालिका परिषद के सभागार में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमे मौजूद मुख्य वक्ताओ द्वारा प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के राजनैतिक और सामाजिक जीवन पर प्रकाश डाला गया। आज के कार्यक्रम कि अध्यक्षता वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी और अटल बिहारी वाजपेयी के करीबी रहे रणजीत सिंह भण्डारी के नेतृत्व में किया गया।
मंच पर पुर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान, जिला अध्यक्ष रमेश बहुगुणा, पुर्व वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी बंशी लाल कक्कड़, नरेश वर्मा उपस्थित रहे। मंच संचालन महामंत्री धर्मेन्द्र बिष्ट ने किया ।
जिला अध्यक्ष रमेश बहुगुणा ने कहां-
मुख्य वक्ता के रूप में कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष रमेश बहुगुणा ने अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीतिक और सामाजिक जीवन में प्रकाश डाला उन्होंने बताया कि उनका जन्म एक ब्राह्मण परिवार में 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर मध्यप्रदेश में हुआ। उनके पिता का नाम कृष्णा बिहारी था जो एक शिक्षक थे। और उनकी माता गृहणी थी। अटल बिहारी वाजपेयी सात भाई-बहन थे।
उन्होंने हिन्दी कवि, पत्रकार , साहित्यकार और एक प्रखर वक्ता रह चुके थे। वे राजनैतिक मामलों से समय निकाल कर संगीत सुनने का शौक पूरा करते थे। उनकी सरकार में बनी कल्याण कारी योजनाओं का लाभ आज भी लोगो को मिल रहा है। वें आज भी समस्त भारत वासियों के दिल दिमाग में अपनी सुशासन नीतियों व कविताओं के जरिए जिन्दा है।
सर्वतोमुखी विकास के लिए किये गये योगदान और असाधारण कार्यों के लिए 2015 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वो देश के तीन बार के प्रधानमंत्री रहे वे तीसरी बार 1998 से 2004 तक 6 वषों तक प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने देश के लिए कोई महत्वपूर्ण कार्य किए। पोखरण परमाणु कार्यक्रम भी अटल बिहारी सरकार में हुआ चीन ने भारत पर दादागिरी दिखानी शुरू कर दी जिससे भारत को भी हाईटोजन बम बनाने का दबाव पड़ा।
इसके बाद भारत ने सीक्रेट मिशन के तहत परमाणु बम बनाना शुरू किया और 11 मई 1998, में अटल सरकार ने हाईटोजन बम का सफल परीक्षण किया। भारत को परमाणु सम्पन्न देश बनाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
पुर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान ने कहां –
कार्यक्रम में दुसरे वक्ता के रूप में पुर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान ने भी अटल बिहारी वाजपेई के राजनैतिक जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहां कि वह छात्र जीवन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े अटल जी को पहली बार सफलता 1957 में मिली थी 1957 में जनसंघ ने उन्हें तीन लोकसभा सीटों लखनऊ, मथुरा, ओर बलराम पुर से चुनाव लड़वाया।
पुर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी देश के एकमात्र ऐसे राजनेता थे जो चार राज्यों के छः लोकसभा क्षेत्रों की नुमाइंदगी कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बलरामपुर, गुजरात के गांधी नगर, मध्यप्रदेश के ग्वालियर, ओर विदिशा व दिल्ली की नई दिल्ली से संसदीय सीट से चुनाव जीतने वाले वाजपेयी इकलौते नेता हैं।
वाजपेयी 1942 में उस वक्त राजनीति में आए जब भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उनके भाई 23 दिनों के लिए जेल गए 1951 में आर एस एस के सहयोग से भारतीय जनसंघ पार्टी का गठन हुआ तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे नेताओं के साथ अटल बिहारी वाजपेयी की अहम भूमिका रही, सभी पदाधिकारियों, कार्यकताओं ने अटल जी के राजनीतिक, सामाजिक जीवन से रूबरू हुए।
यह लोग रहे मौजूद-
आज के कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष रमेश बहुगुणा , पुर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान, जिला उपाध्यक्ष कैलाश गूरुरानी, महामंत्री धर्मेन्द्र बिष्ट, वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी रणजीत सिंह भण्डारी, बंशी लाल कक्कड़, नरेश वर्मा, डा, रमेश चंद्र पांडे राजन, प्रदेश महिला मोर्चा उपाध्यक्ष किरन पंत, जिला उपाध्यक्ष मीना भैसोड़ा, जिला मंत्री महेश विष्ट, जिला मीडिया सह प्रभारी जगत तिवारी, नमो ऐप कृष्ण बहादुर सिंह, नगर महामंत्री मनोज जोशी, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष लीला बोरा, नगर अध्यक्ष भावना तिवारी महामंत्री उषा शर्मा, तारा जिना, चम्पा पाण्डे, नेहा उप्रेती, रमा जोशी, पुर्व उपाध्यक्ष दर्शन रावत, आनन्द कनवाल, युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष चन्दन बहुगुणा, नमन गुरु रानी , दिनेश मठपाल, धर्मवीर आर्य, मुकुल कुमार, पियुष कुमार, आशीष गुरु रानी, मुस्तकीम, दीक्षांत पवार दीपक कपूर, रवि कुमार, अजय कुमार आदि हजारो कार्यकर्ता पदाधिकारि मोजूद रहे।